खाटू श्याम जी का मेला कब है 2025 || Khatu shyam mela 2025 - Nahargarh Biological Park Jaipur | Nahargarh Biological Park Safari

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Wednesday, January 1, 2025

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खाटू श्याम जी का मेला कब है 2025 || Khatu shyam mela 2025

खाटू श्याम जी का मेला कब है?

खाटू श्याम जी का मेला एक प्रसिद्ध और पवित्र हिंदू त्यौहार है, जो भगवान श्री कृष्ण के सम्मान में मनाया जाता है। यह मेला प्रतिवर्ष भाद्रपद मास (अगस्त-सितंबर) के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर आयोजित किया जाता है। खाटू श्याम जी का मेला मुख्य रूप से राजस्थान के खाटू में मनाया जाता है, जहाँ भगवान श्री कृष्ण के एक रूप, श्री श्याम जी, का मंदिर स्थित है। यह मेला भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण और आध्यात्मिक अवसर है, जहाँ वे भगवान कृष्ण के दर्शन करते हैं और उनकी कृपा प्राप्त करते हैं।

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खाटू श्याम जी का मेला कब है?

खाटू श्याम जी का मेला प्रतिवर्ष भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर आयोजित किया जाता है। भाद्रपद मास हिंदू पंचांग के अनुसार छठे मास है, जो आमतौर पर अगस्त और सितंबर के महीनों में आता है। शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि शुक्ल पक्ष की आठवीं तिथि है, जो चंद्रमा की कला बढ़ने के दौरान आती है।

खाटू श्याम जी का मेला एक पांच दिवसीय उत्सव है, जो शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से शुरू होता है और शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि तक चलता है। इस अवधि के दौरान, भक्तों के लिए विभिन्न आध्यात्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें भजन, कीर्तन, पूजा-अर्चना और रथ यात्रा शामिल हैं।

खाटू श्याम जी का मेला क्यों मनाया जाता है?

खाटू श्याम जी का मेला भगवान श्री कृष्ण के प्रति श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है। यह मेला भक्तों को भगवान कृष्ण के दर्शन करने और उनकी कृपा प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है। खाटू श्याम जी का मंदिर भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप को समर्पित है, जिसे श्री श्याम जी के नाम से जाना जाता है। भक्तों का मानना है कि भगवान श्री कृष्ण ने खाटू में अपने बाल रूप में अवतार लिया था और उनकी लीलाएं यहाँ संपन्न हुई थीं।

खाटू श्याम जी का मेला भक्तों के लिए एक आध्यात्मिक यात्रा भी है, जहाँ वे भगवान कृष्ण के दर्शन करते हैं, उनकी पूजा करते हैं और उनकी कृपा प्राप्त करते हैं। मेले के दौरान, भक्तों के लिए विभिन्न आध्यात्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें भजन, कीर्तन, पूजा-अर्चना और रथ यात्रा शामिल हैं। ये कार्यक्रम भक्तों को भगवान कृष्ण के प्रति अपनी भक्ति और श्रद्धा व्यक्त करने का अवसर प्रदान करते हैं।

खाटू श्याम जी का मेला कैसे मनाया जाता है?

खाटू श्याम जी का मेला एक पांच दिवसीय उत्सव है, जो भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से शुरू होता है और शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि तक चलता है। इस अवधि के दौरान, भक्तों के लिए विभिन्न आध्यात्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें भजन, कीर्तन, पूजा-अर्चना और रथ यात्रा शामिल हैं।

  1. भजन और कीर्तन: मेले के दौरान, भक्तों द्वारा भजन और कीर्तन किए जाते हैं, जिनमें भगवान श्री कृष्ण के गुणगान और स्तुति शामिल होती है। ये भजन और कीर्तन भक्तों को भगवान कृष्ण के प्रति अपनी भक्ति और श्रद्धा व्यक्त करने का अवसर प्रदान करते हैं।

  2. पूजा-अर्चना: मेले के दौरान, भक्तों द्वारा भगवान श्री कृष्ण की पूजा-अर्चना की जाती है। पूजा-अर्चना में भगवान कृष्ण को फूल, फल, मिठाइयाँ और अन्य उपहार अर्पित किए जाते हैं। भक्तों का मानना है कि पूजा-अर्चना से भगवान कृष्ण प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा प्राप्त होती है।

  3. रथ यात्रा: मेले के दौरान, भगवान श्री कृष्ण की रथ यात्रा की जाती है। रथ यात्रा में भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति को एक सजे-सजाए रथ पर रखा जाता है और शहर की सड़कों पर ले जाया जाता है। भक्तों का मानना है कि रथ यात्रा से भगवान कृष्ण की महिमा और शक्ति का प्रदर्शन होता है।

  4. सांस्कृतिक कार्यक्रम: मेले के दौरान, विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें नृत्य, संगीत और नाटक शामिल हैं। ये सांस्कृतिक कार्यक्रम भक्तों को भगवान कृष्ण के प्रति अपनी भक्ति और श्रद्धा व्यक्त करने का अवसर प्रदान करते हैं।

खाटू श्याम जी का मेला कैसे पहुंचें?

खाटू श्याम जी का मेला मनाने के लिए खाटू, राजस्थान पहुंचना आवश्यक है। खाटू राजस्थान के सीकर जिले में स्थित है और जयपुर से लगभग 80 किलोमीटर दूर है। खाटू श्याम पहुंचने के लिए निम्नलिखित विकल्प उपलब्ध हैं:

  1. रेल: खाटू तक पहुंचने के लिए रेल एक सुविधाजनक विकल्प है। जयपुर से खाटू तक नियमित ट्रेन सेवाएं उपलब्ध हैं। भक्तों को जयपुर रेलवे स्टेशन से खाटू तक ट्रेन लेनी चाहिए।

  2. सड़क: खाटू तक पहुंचने के लिए सड़क मार्ग भी एक सुविधाजनक विकल्प है। जयपुर से खाटू तक नियमित बस सेवाएं उपलब्ध हैं। भक्तों को जयपुर बस स्टेशन से खाटू तक बस लेनी चाहिए।

  3. हवाई: खाटू तक पहुंचने के लिए हवाई मार्ग भी एक विकल्प है। जयपुर हवाई अड्डा से खाटू तक टैक्सी या कैब सेवाएं उपलब्ध हैं। भक्तों को जयपुर हवाई अड्डा से खाटू तक टैक्सी या कैब लेनी चाहिए।

खाटू श्याम जी का मेला क्यों आयोजित किया जाता है?

खाटू श्याम जी का मेला भगवान श्री कृष्ण के प्रति श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है। यह मेला भक्तों को भगवान कृष्ण के दर्शन करने और उनकी कृपा प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है। खाटू श्याम जी का मंदिर भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप को समर्पित है, जिसे श्री श्याम जी के नाम से जाना जाता है। भक्तों का मानना है कि भगवान श्री कृष्ण ने खाटू में अपने बाल रूप में अवतार लिया था और उनकी लीलाएं यहाँ संपन्न हुई थीं।

खाटू श्याम जी का मेला भक्तों के लिए एक आध्यात्मिक यात्रा भी है, जहाँ वे भगवान कृष्ण के दर्शन करते हैं, उनकी पूजा करते हैं और उनकी कृपा प्राप्त करते हैं। मेले के दौरान, भक्तों के लिए विभिन्न आध्यात्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें भजन, कीर्तन, पूजा-अर्चना और रथ यात्रा शामिल हैं। ये कार्यक्रम भक्तों को भगवान कृष्ण के प्रति अपनी भक्ति और श्रद्धा व्यक्त करने का अवसर प्रदान करते हैं।

निष्कर्ष

खाटू श्याम जी का मेला एक प्रसिद्ध और पवित्र हिंदू त्यौहार है, जो भगवान श्री कृष्ण के सम्मान में मनाया जाता है। यह मेला प्रतिवर्ष भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर आयोजित किया जाता है और एक पांच दिवसीय उत्सव है। खाटू श्याम जी का मेला भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण और आध्यात्मिक अवसर है, जहाँ वे भगवान कृष्ण के दर्शन करते हैं और उनकी कृपा प्राप्त करते हैं।

मेले के दौरान, भक्तों के लिए विभिन्न आध्यात्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें भजन, कीर्तन, पूजा-अर्चना और रथ यात्रा शामिल हैं। ये कार्यक्रम भक्तों को भगवान कृष्ण के प्रति अपनी भक्ति और श्रद्धा व्यक्त करने का अवसर प्रदान करते हैं। खाटू श्याम जी का मेला भक्तों के लिए एक आध्यात्मिक यात्रा भी है, जहाँ वे भगवान कृष्ण के दर्शन करते हैं, उनकी पूजा करते हैं और उनकी कृपा प्राप्त करते हैं।

खाटू श्याम जी का मेला मनाने के लिए खाटू, राजस्थान पहुंचना आवश्यक है। खाटू राजस्थान के सीकर जिले में स्थित है और जयपुर से लगभग 80 किलोमीटर दूर है। खाटू पहुंचने के लिए रेल, सड़क और हवाई मार्ग से विकल्प उपलब्ध हैं। भक्तों को जयपुर से खाटू तक ट्रेन, बस या टैक्सी लेनी चाहिए।

खाटू श्याम जी का मेला भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण और आध्यात्मिक अवसर है, जहाँ वे भगवान कृष्ण के दर्शन करते हैं और उनकी कृपा प्राप्त करते हैं। मेले के दौरान, भक्तों के लिए विभिन्न आध्यात्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें भजन, कीर्तन, पूजा-अर्चना और रथ यात्रा शामिल हैं। ये कार्यक्रम भक्तों को भगवान कृष्ण के प्रति अपनी भक्ति और श्रद्धा व्यक्त करने का अवसर प्रदान करते हैं। खाटू श्याम जी का मेला भक्तों के लिए एक आध्यात्मिक यात्रा भी है, जहाँ वे भगवान कृष्ण के दर्शन करते हैं, उनकी पूजा करते हैं और उनकी कृपा प्राप्त करते हैं।

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